सीतानाथ समारम्भां रामानन्दार्य मध्यमाम्।
अस्मदाचार्य पर्यन्तां वन्दे श्रीगुरू परम्पराम् ।।
भक्तमाल सुमेरू श्रीमद् गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि नमन;
तुलसीदास जी महाराज हिंदू समाज की एकता के प्राण कहे गए हैं, जिन्होंने अपने कालजई काव्य से संपूर्ण हिंदू समाज को एक सूत्र में बांध दिया था। मैंने स्वयं कुछ हिंदू संगठनों के अधिकारियों से बात करी थी और उनसे पूछा था कि आपके अनुसार हिंदू धर्म को अभी तक किस चीज ने बचा के रखा है तो एक बात मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि सभी का मत एक ही था