असीम सौन्दर्य तथा आनन्द के इच्छुक व्यक्तियों के लिए पूजा के असली लक्ष्य भगवान कृष्ण हैं,
जिनका निवास गोलोक वृन्दावन है। (तात्पर्य श्रीमदभागवतम – 11.18.20)
अध्याय अठारह – वर्णाश्रम धर्म का वर्णन (11.18)
1 भगवान ने कहा : जो जीवन के तीसरे आश्रम अर्थात वानप्रस्थ को ग्रहण करने का इच्छुक हो, उसे पत्नी को अपने जवान पुत्रों के साथ छोड़कर या अपने साथ लेकर शान्त मन से जंगल में प्रवेश करना चाहिए।
2 वानप्रस्थ आश्रम अपनाने पर मनुष्य को चाहिए कि जंगल में उगने वाले शुद्ध कन्द, मूल तथा फल खाकर जीविका चलाये। वह पे