==============================================================
आज से लगभग 70 वर्ष पूर्व वृन्दावन में मदनमोहन जी मंदिर
के निकट किसी कुटिया में अन्धे बाबा रहते थे ! उनका नाम कोई नहीं जनता था , सब लोग उन्हें मदन टेर के अन्धे बाबा के नाम से पुकारते थे , क्योंकि वे मदन टेर पर ही अधिक रहते थे !
दिन भर राधा कृष्ण की लीलायों का स्मरण कर हुए आँसू बहाते ! संध्या समय गोविन्द देव जी के मन्दिन में जाकर रो-रो कर उनसे कुछ निवेदन करते हुए चले आते , लोटते समय 2-4 घरो से मधुकरी मांग लेते और खाकर सो जाते !
पर आते-जात