हे कृष्ण! हमे अपने पास ही बसा लो.
कमल रुपी चरणों की धूल ही बना दो.
भक्त बनने की खूबिया तो मुझमे नहीं .
हो सके तो मुझे अपना दास ही बना दो.
हे कृष्ण! हमे अपने पास ही बसा लो.
कमल रुपी चरणों की धूल ही बना दो.
भक्त बनने की खूबिया तो मुझमे नहीं .
हो सके तो मुझे अपना दास ही बना दो.
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