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"है  कृष्ण करुनासिंधु दींनबंधू  जगत्पते  !       गोपेश गोपिकाकांत राधाकांत नमोस्तु ते
तप्तकान्चन गौरांगी  राधे वृन्दावनेश्वरी  !
वृशभानुसुते देवी  प्रणमामि हरी प्रिये !!"
May 14, 2019