श्रीकृष्ण प्रणामी संप्रदाय(निजानंद संप्रदाय)

 

हरे कृष्ण, अनंत कोटि वैष्णव वृंद के श्रीचरणों में मेरा दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏

मैं तन्मय सिन्हा अहमदाबाद,गुजरात से.

हमारे महान सनातन धर्म में 4 वेद, 108 उपनिषद, ब्रह्म सूत्र, श्रीमद्भागवत महापुराण, 18 पुराण फिर उपपुराण, श्रीमद्भगवदगीता, महाभारत, रामायण, संहिता के अलावा भी अन्य ग्रंथ हैं फिर महान गुरु - शिष्य परंपरा / अलग - अलग संप्रदाय के महान आचार्यो की अद्भुत टीकाएँ उपलब्ध है.. चाहे अद्वैत, द्वैत, द्वैताद्वैत, विशिष्ट द्वैत, अचिंत्य भेदाभेद मतों के ही क्यों न हों.

 

श्रीकृष्ण प्रणामी संप्रदाय के बारे में मैं आपसे एक प्रश्न पूछ रहा हूँ.

Q. श्रीकृष्ण प्रणामी संप्रदाय(निजानंद संप्रदाय) और उनके ग्रंथों के बारे में आपका क्या कहना है अगर किसी को जानकारी हो तो विस्तृत बताएं. एक बार iskcon के महान विद्वान वैष्णवों को निजानंद संप्रदाय के ग्रंथों को ऑनलाइन देखना चाहिए और अपना विचार प्रकट करना चाहिए..

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