तेरी भक्ति सबसे मीठी
जैसे अमृत का पान,
जिसने पाया तेरी भक्ति का वरदान
फिर ना हुआ वो कभी जीवन में अकेला
अमर ना होकर भी पाया उसने अमृत्व का वरदान,
राधा और मीरा दोनो ही तेरी दिवानी
ऐसी दिवानगी ऐसा प्रेम जिसमे है सिर्फ दिव्य मिठास,
तेरी भक्ति मिटाये दुनिया की सारी कडवाहट
जीवन को दे ऐसी पूर्णता की फिर ना हो जीवन में अपूर्णता का कोई स्थान,
क्यूंकि कृष्णा भक्ति ही तो है जीवन का सच,
बाकी सब तो है मिथ्या।
लेखिका,
अंकिता शैली
Comments