दुःखालयमं

चेहरे पर हंसी

दिल रोता है

बनावटी है दुनिया

मायाजाल में उलझे

पग पग में पीड़ा

फिर भी

मन यही खोताहै

यह कोई नयी बात नहीं

जनम जनम की कहानी है

हर बार कान पकड़ता हूँ

रोते रोते मरता हूँ

आता हूँ फिर से

दो रोटी की तलाश में

सारा जीवन ढोता हूँ

सत्य पहचाने बिन

कोल्हू का बैल बन जाता हूँ

और फिर से

...

...

चेहरे पर हंसी

दिल रोता है

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